पंतनगर में किसान मेला
Kisan Mela will be organized during October 06-09, 2017.
मेरठ में किसान मेला
अल्मोड़ा में किसान मेला
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Author: agriavenue
जाने सूरजमुखी( Sunflower) की उन्नत खेती कैसे करे ?
उन्नत किस्में
सकंर किस्में पकने की अवधि (दिन) उपज (कु./है. )
एस.एस.एच.-6163 90-95 20-22
एन.एस.एफ.एच.-36 90-95 22-24
पी.ए.सी.-3776 95-100 22-24
सुपर ज्वालामुखी 105-110 ...
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DOWNLOAD – MAJOR USES OF PESTICIDE- PLANT GROWTH REGULATORS (PGR) & MAJOR USES OF BIOPESTICIDES
MAJOR USES OF PESTICIDE- PLANT GROWTH REGULATORS (PGR).
Download the PDF below: PLANT GROWTH REGULATORS-PGR
MAJOR USES OF BIOPESTICIDES
Download the PDF below: BIOPESTICIDES CIB
Courtesy:
GOVERNMENT OF INDI A
Ministry of Agriculture &Farmers Welfare
Department of Agriculture, Cooperation&Farmers Wel fare Directorate of Plant Protection, Quarantine &...
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जाने तिल( Sesame – Seed) की उन्नत खेती कैसे करे ?
तिल की उन्नत किस्में
घाटी वाले क्षत्रे (1000 मीटर) तथा तराई एवं भावर क्षत्रे के लिए निम्न प्रजातियाँ हैं।
प्रजातियाँ पकने की अवधि (दिन) उपज(कु./है.)
टा-4 90-100 6-7
टा-12 85-90 5-6
टा-78 80-85 6-7
शेखर 80-85 6-7
प्रगति 85-90 ...
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सोयाबीन की खेती (Soybean Cultivation) मे अधिकतम उत्पादन एवं फसल सुरक्षा हेतु ध्यान देने योग्य विशेष बिन्दु
सोयाबीन की खेती : उत्तराखण्ड में सोयाबीन खरीफ की मुख्य तिलहनी फसल है। सोयाबीन में 20 प्रतिशत तेल व 40 प्रतिशत प्रोटीन पाई जाती है। सोयाबीन से दूध, दही, पनीर, आटा, नमकीन एवं कई अन्य प्रकार के व्यजंन भी बनाये जाते है। सोयाबीन की खेती मैदानी क्षेत्रों में अभी हाल में ही कुछ वर्षो से शुरू हुई हैI इसमे 40 से 50 प्रतिशत प्रोटीन तथा 20 से 22 प्रतिशत तक तेल की मात्रा पाई जाती हैI इसके प्रयोग से शरीर को प्रचुर मात्रा में प्रोटीन मिलती हैI प्रदेश के बुंदेलखंड के सभी जनपदों एवम बदाऊ, रामपुर, बरेली, शा...
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काकुन( कौणी ) के अधिकतम उत्पादन एवं फसल सुरक्षा हेतु ध्यान देने योग्य विशेष बिन्दु।
पर्वतीय क्षेत्रों में उगाये जाने वाले मोटे अनाजों में काकुन का तीसरा स्थान है। यहाँ इसे कौणी के नाम से जाना जाता है। इसकी खेती मैदानी तथा समुद्र तल से 2200 मीटर की ऊँचाई तक की जाती है। अधिकांशत: काकुन को झंगोरा के साथ मिश्रित खेती के रूप में बोया जाता है।
काकुन की उन्नत किस्में
पी.आर.के.-1 पतं नगर विश्वविद्यालय के पर्वतीय परिसर, रानीचौरी (टिहरी) द्वारा हाल में विकसित की गई जो कि एक अगेती किस्म है। यह किस्म पर्वतीय क्षेत्रों में 1500-2200 मी. की ऊंचाई तक उपयुक्त पाई गई है। एक हेक्टेयर भूमि में ...
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मूंग (green gram) की बुवाई का उपयुक्त समय एवं अधिकतम उत्पादन हेतु ध्यान देने योग्य विशेष बिन्दु।
मूंग- बुवाई का समय
पर्वतीय क्षत्रेा में मूंग की बुवाई का उपयुक्त समय घाटिया में जून का द्वितीय पखवाडा़ है। विलम्ब से बुवाई करन पर उपज में कमी आ जाती है। तराई-भावर एव मैदानी क्षत्रेा में मूंग की बुवाई का सर्वाेत्तम समय जुलाई क अन्तिम सप्ताह से अगस्त का दसूरा सप्ताह है। जायद में बुवाई का उचित समय मार्च के द्वितीय पखवाड से 10 अप्रैल तक है। तराई क्षत्रे में मूंग की बुवाई मार्च क अतं तक कर लनेी चाहिए।
बुवाई की विधि
बुवाई कॅूड में हल के पीछ कर। पंक्ति से पंक्ति की दरूी 30-45 स.मी. हानेी चाहिए। ...
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मंडुवा(कोदा/रागी) के अधिकतम उत्पादन एवं फसल सुरक्षा हेतु ध्यान देने योग्य विशेष बिन्दु।
कोदा / मंडुवा:-
मंडुवा को अलग-अलग नामों से जाना जाता है ,
कन्नड़ नाम रागी है|
अंग्रेजी -फिंगर मिलेट कहते हैं |
गढ़वाल , कुमांऊँ में मंडुवा/कोदा नाम ज्यादा प्रचलन में है | इसे उपेक्षित मोटे अनाज की श्रेणी में रखा है जबकि यह सबसे बारीक है और दुनिया में जितने अनाज हैं , उनमें पौष्टिकता की दृष्टि से मंडुवा सबसे सिखर पर है | स्त्री , पुरुष , बच्चों एवं बूढों सबके लिए यह बहुत उपयोगी है | बढ़ते बच्चों के लिए तो यह और भी उपयोगी है , क्योंकि इसमें सबसे ज्यादा कैल्शियम पाया जाता है |
पर्वतीय असि...
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जानिए कैसे होते है लहसनु ( Garlic ) की उन्नत खेती
लहसुन का उपयागे चटनी, अचार, व मसाले के रूप में किया जाता है। इसकी अधिक उपज प्राप्त करने के लिए निम्न उन्नत विधियां अपनाना चाहिएः
लहसुन की उन्नतशील जातियां
जमुना सफेद (जी-1), जमुना सफेद-3, पंत लोहित, एग्रीफाउन्ड, पार्वती अच्छी किस्में है।
उर्वरक
लहसुन के लिए उर्वरक की मात्रा प्याज की तरह ही दी जाती है।
बीज एवं बुवाई
एक है. क्षेत्र में 3.5 से 5.0 कुन्तल गाठों के रूप में बीज की आवश्यकता पड़ती है।
1. मैदानी क्षेत्रों में लहसुन की बुवाई सितम्बर के अन्त से नवम्बर के आरम्भ तक करनी चाहिए।
2. ...
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जानिए कैसे होते है बैंगन (Brinjal , Egg Plant) की उन्नत खेती
बैंगन के प्रकार
सामान्य किस्में
पंत सम्राट, पतं ऋतुराज , पतं बैंगन-4, ए. आर.यू.-1, पूसा क्रान्ति, आजाद क्रान्ति, पूसा उपकार, पूसा उत्तम, अर्का निधि
संकर किस्में
पतं सकंर बैंगन-1, पूसा हाइब्रिड-5, पूसा हाइब्रिड-9, पूसा हाइब्रिड-6, काशी सन्देश
बैंगन की नर्सरी एवं रोपाई
तराई एवं भावर :
नर्सरी - जनवरी/फरवरी
रोपाई - फरवरी/मार्च
नर्सरी - जनू /जुलाई
रोपाई - जुलाई/अगस्त
पर्वतीय क्षेत्र
सिंचित घाटी :
नर्सरी - जनवरी/फरवरी
रोपाई - ...
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