मशरूम की खेती करें और लाभ कमाएं
मशरूम की खेती एक हजार रुपए से शुरू की जा सकती है और इसके लिए सिर्फ एक कमरे की जरूरत पड़ती है. भारत में इसका उत्पादन सत्तर के दशक में शुरू हुआ था. भारत के पंजाब राज्य में सबसे अधिक मशरूम की खेती होती है. यहां कुल उत्पादन का 51 फ ीसदी मशरूम अकेले ही उगाया जाता है. वहीं, अन्तरराष्ट्रीय मशरूम उत्पादन में चीन पहले नंबर पर है.
मशरूम एक तरह की फफूंद होती है, जो खाने में काफी स्वादिस्ट होता है. इसकी चार प्रजातियां होती हैं, जिन्हें खाने में इस्तेमाल किया जाता है. जैसे...
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Vegetables&Fruits(सब्जी/फल-उत्पादन)
सब्जी/फल-उत्पादनकी उन्नत तकनीक.
(Best Techniques to grow different Vegetables& Fruits)
पपीते(Papaya) की फसल- किसानों को कम समय में अधिक लाभ कमाने का अवसर |पपीते के पत्ते का जूस डेंगू बुखार को ठीक करने का एक सिद्ध तरीका
वानस्पतिक नाम- केरिका पपाया | पपीता कैरिकेसी परिवार का एक महत्त्वपूर्ण सदस्य है
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पपीता बहुत ही पौष्टिक एवं गुणकारी फल है। किसान पपीता की खेती अकेले या अमरूद, आम, बेर व नींबू के पेड़ों के बीच खाली जगह पर भी कर सकते हैं। पपीता को घर के आंगन में भी उगाया जा सकता है। पपीता लगाने के डेढ़ वर्ष बाद फल मिलने लगते हैं। कम समय, कम क्षेत्र, कम लागत में अधिक पैदावार व अधिक आय|
पपीता स्वास्थ्यवर्द्धक तथा विटामिन ए से भरपूर फल होत...
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मूली(Radish) उत्पादन की उन्नत तकनीक
radish(मूली ) उत्पादन की उन्नत तकनीक
महत्व – मूली का उपयोग प्रायः सलाद एवं पकी हुई सब्जी के रूप में किया जाता है इसमें तीखा स्वाद होता है। इसका उपयोग नाष्ते में दही के साथ पराठे के रूप में भी किया जाता है। इसकी पत्तियों की भी सब्जी बनाई जाती है। मूली विटामिन सी एवं खनीज तत्व का अच्छा स्त्रोत है। मूली लिवर एवं पीलिया मरीजों के लिए भी अनुसंषित है।
जलवायु
मूली के लिए ठण्डी जलवायु उपयुक्त होती है लेकिन अधिक तापमान भी सह सकती है। मूली की सफल खेती के लिए 10-150से. तापमान सर्वोत...
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जानिए कैसे होते है लहसनु ( Garlic ) की उन्नत खेती
लहसुन का उपयागे चटनी, अचार, व मसाले के रूप में किया जाता है। इसकी अधिक उपज प्राप्त करने के लिए निम्न उन्नत विधियां अपनाना चाहिएः
लहसुन की उन्नतशील जातियां
जमुना सफेद (जी-1), जमुना सफेद-3, पंत लोहित, एग्रीफाउन्ड, पार्वती अच्छी किस्में है।
उर्वरक
लहसुन के लिए उर्वरक की मात्रा प्याज की तरह ही दी जाती है।
बीज एवं बुवाई
एक है. क्षेत्र में 3.5 से 5.0 कुन्तल गाठों के रूप में बीज की आवश्यकता पड़ती है।
1. मैदानी क्षेत्रों में लहसुन की बुवाई सितम्बर के अन्त से नवम्बर के आरम्भ तक करनी चाहिए।
2. ...
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जानिए कैसे होते है बैंगन (Brinjal , Egg Plant) की उन्नत खेती
बैंगन के प्रकार
सामान्य किस्में
पंत सम्राट, पतं ऋतुराज , पतं बैंगन-4, ए. आर.यू.-1, पूसा क्रान्ति, आजाद क्रान्ति, पूसा उपकार, पूसा उत्तम, अर्का निधि
संकर किस्में
पतं सकंर बैंगन-1, पूसा हाइब्रिड-5, पूसा हाइब्रिड-9, पूसा हाइब्रिड-6, काशी सन्देश
बैंगन की नर्सरी एवं रोपाई
तराई एवं भावर :
नर्सरी - जनवरी/फरवरी
रोपाई - फरवरी/मार्च
नर्सरी - जनू /जुलाई
रोपाई - जुलाई/अगस्त
पर्वतीय क्षेत्र
सिंचित घाटी :
नर्सरी - जनवरी/फरवरी
रोपाई - ...
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फूलगोभी (Cauliflower) की खेती की उन्नत विधि |
सब्जियों में फूलगोभी का प्रमुख स्थान है। इसमें प्रोटीन कार्बोहाइड्रटे व खनिज लवण प्रर्याप्त मात्रा में पाये जाते हैं। फूलगोभी की अच्छी पैदावार लेने हेतु निम्न उन्नत विधियॉ अपनानी चाहिए :
प्रजातियां तथा नर्सरी डालने एवंरोपाई का समय
प्रजातिया
पौधशाला में बोने का समय
रोपाई का समय
फूल मिलने का समय
(अ) मैदानी
अगेती-पूसा कातकी, अर्ली पटना, अर्ली कुवारी,
पूसादीपाली, पूसा अर्ली सिन्थेटिक, पंतगोभी-2, 3 व 4
15 मई से 30 जून तक
जून-जुलाई
सितम्बर-नवंबर
मध्यम- हिसार-1, पंत शुभ्...
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शिमला मिर्च (Capsicum) की उन्नत खेती
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शिमला मिर्च का उपयागे सब्जी एवं सलाद के रूप में किया जाता हैं। यह विटामिन तथा खनिज लवणो का अच्छा स्रोत हैं। शिमला मिर्च अधिक उत्पादन प्राप्त करने हेतु निम्न उन्नत विधियों का प्रयागे करे:
शिमला मिर्च के प्रकार
सामान्य किस्में : कैलिफोर्निया वन्डर, बुल नोज, येलो वन्डर, सोलनयलो, अर्का मोहिनी, अर्का गौरव, अर्का बसंत
संकर किस्में : भारत, पूसा दीप्ती, हीरा, इन्दिरा
पौधशाला तथा रोपाई
पर्वतीय क्षेत्रों में टमाटर के समान नर्सरी तथा रोपाई करें।
बीज की मात्रा...
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जानिए कैसे होती है टमाटर (Tomato) की उन्नत खेती ?
टमाटर ऐसी फसल है जिसे पूरे वर्श उगाया जा सकता है। इसका प्रयोग सूप, सलाद, चटनी व अन्य कई रूपों में किया जाता है। टमाटर की अच्छी उपज प्राप्त करने के लिए निम्न उन्नत विधियां अपनानी चाहिए
टमाटर की किस्में/प्रजातियां
सामान्य किस्में : पूसा गौरव, पूसा शीतल, सालेनागोला , साले नबडा़ , वी.एल. टमाटर -1, आजाद टी-2, अर्का विकास, अर्का सौरभ,पंत टी-3
संकर किस्में : रुपाली, नवीन, अविनाश-2, पूसा हाइब्रिड-4, मनीशा , विशाली , पूसा हाइब्रिड-2, रक्षिता, डी.आर.एल-304, एन.एस. 852, अर्कारक्षक, अर्का सम्राट, अर...
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जानिए कैसे होती है प्याज (Onion) की उन्नत खेती
प्याज का उपयोग सब्जी, सलाद, चटनी, अचार व मसाले के रूप में किया जाता है। प्याज की अधिक उत्पादकता में वृद्धि के लिए निम्न उन्नत
विधियां अपनाना चाहिए :
प्याज की किस्में/प्रजातियां
रबी के लिए पूसा रेड, पूसा रतनार, अर्कानिकेतन, एग्रीफाउण्ड लाइट रेड, एग्रीफाउण्ड डार्क रेड, पूसा व्हाइट राउण्ड, पूसा व्हाइट फ्लैट, क्रीओल रेड, पूसा माधवी, पंजाब-48 एवं पंजाब सलेस्क्सन एवं खरीफ के लिए अर्कानिकेतन, एग्रीफाउन्ड डार्क रेड, एन-53 प्रजातियां मुख्य हैं।
उर्वरक
मृदा परीक्षण के आधार पर उर्वरकों का प्रयागे ...
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खीरा (खीरे – Cucumber) की उन्नत खेती
खीरा के प्रकार
सामान्य : स्वर्ण शीतल, स्वर्ण अगेती, पूसा उदय, स्वर्ण पूर्णा, प्वाइनसेट, जापानी लांग ग्रीन, पंत खीरा-1
संकर : पंत संकर खीरा-1, पूसा संयोग, आलमगीर, टेस्टी, नूरी
बुवाई
तराई एवं भावर : लौकी के समान
पर्वतीय क्षेत्र 2000 मी. : लौकी के समान
बीज की मात्रा : 3 कि.ग्रा./हैक्टर
रोपाई
100*50 से.मी. कतार से कतार तथा पौधे से पौधे की दूरी रखनी चाहिए।
उर्वरक
खीरे की अच्छी उपज प्राप्त करने के लिए 80 कि.ग्रा. नाइट्रोजन, 60 कि.ग्रा. फास्फोरस एवं 60 कि.ग्रा. पोटाश का प्रयोग करें...
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