धनिया वैसे तो जाड़ों की फसल है लेकिन पत्तियों के लिए इसे साल भर उगाया जा सकता है। जाड़े में उगाई गयी फसल से पत्तियाँ 5-6 बार काटी
जा सकती हैं, जबकि गरमी या वर्षा ऋतु में पत्तियों को बार-बार नहीं काटा जा सकता है। जब भी बुवाई करें बीज को दल (दो टुकड़ों में) कर 24 घंटे पानी में भिगोकर एवं उपचारित करके ही बोयें। पत्तियों के लिए 15-20 सेमी. की दूरी पर पंक्तिबद्ध बुवाई करें जबकि मसाले के लिए पंक्तियों के मध्य 25-30 सेमी की दरी रखें। सितम्बर से नवम्बर तक बोयी गयी फसल से क्रमशः 6, 5 एवं 4 बार पत्तियाँ काटी जा सकती हैं। मसालें की फसल लेने के लिए भी पत्तियाँ काटी जा सकती हैं। मसाले की फसल लेने के लिए हरितिमा किस्म की दो बार या कम से कम एक कटाई अवश्य करें। पत्तियों की अच्छी बढ़वार एवं कोमलता बनाये रखने के लिए प्रत्येक कटाई के बाद लगभग 20-25 कि.ग्रा. यूरिया/हैक्टर खेत में छिड़क दें। कटाई पत्तियों के रेशेदार होने से पहले ही करनी चाहिए।