लीची की प्रमुख समस्याएँ और समाधान -लीची की सघन बागवानी

लीची
लीची सेपिन्डेसी कुल का एक सदाबहार, उपोष्ण कटिबन्धीय फल है। इसका मूल स्थान दक्षिण चीन माना जाता है। भारतवर्ष में लीची का आगमन सत्रहवीं शताब्दी के अन्त में म्यान्मार होते हुए उत्तर पूर्वी राज्यों में हुआ। भारत में लीची की बागवानी मुख्य रुप से बिहार, उत्तराखण्ड, पश्चिमी बंगाल, झारखण्ड, उत्तर प्रदेश के तराई वाले क्षेत्रों , त्रिपुरा, असम, पंजाब, हरियाणा, हिमाचल प्रदेश तथा दक्षिण भारत के नीलगिरी क्षेत्रों में की जा रही है। भारत में लीची की बागवानी 74.4 हजार हैक्टर क्षेत्रफल में की जा रही है, जिससे 48...
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जानिए कैसे होती है लीची (Lychee) के बाग की स्थापना एवं देखभाल (अथ्वा -लीची की उन्नत खेती कैसे करें?)

लीची
लीची एक स्वादिष्ट फल है। इसकी खेती उन क्षेत्रो मे सफलतापूर्वक की जा सकती है जहाँ गर्म हवालों (लू) तथा पाले का प्रकोप न होता हो। लीची के बाग की स्थापना प्रजातियॉं जल्दी पकने वाली -मुजफ्फरपुर, शाही, अर्ली बेदाना, अर्ली लार्ज रेड देर से पकने वाली -लेट बेदाना, कलकतिया, बम्बई, कस्बा मध्य समय से पकने वाली - राजे सेटेंड , स्वर्णरूपा, लेट लार्ज रेड,देहरारोज बाग लगाने का समय एवं दूरी जुलाई से सितम्बर। 10*10 मी. तथा सघन बागवानी के लिए 5*5 मी. की दूरी पर बाग लगायें। गड्ढ़े का आकार एव...
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